ओडिशा के ढाबलेशवर मंदिर में यूं तो सारा साल ही श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है, लेकिन कार्तिक महीने में तो यहां की रौनक ही अलग होती है। बड़ा त्योहार मतलब व्रत का त्योहार ढाबलेश्वर में बड़े चाव से मनाया जाता है। कार्तिक मास में इस व्रत का प्रभाव कई गुना बढ़ जाता है।  इस व्रत को अधिकतर पुरुष रखते हैं। ओडिशा, जो कि अपनी संस्कृति, परिधान और परंपराओं को आज भी सहेजता है वहां इस दिन व्रत रखने से इसका फल कई गुना बढ़ जाता है।

ढाबलेश्वर मंदिर

बड़ा ओशा मुख्यत: ढाबलेश्वर महादेव मंदिर में ही मनाया जाता है। महानदी के टापू पर स्थित इस मंदिर की बहुत मान्यता है। मंदिर कटक से नजदीक पड़ता है। मंदिर में प्राचीन कलाएं दिखती हैं। मंदिर जाने के लिये लोग किश्तियों में बैठ कर वहां पहुंचते हैं। रंग बिरंगे परिधान पहने, जय जयकारे लगाते हुए श्रद्धालु यहां आते हैं। पूजा से पहले कई लोग नदी में स्नान करते हैं।

कैसे पहुंचा जाए ढाबलेश्वर मंदिर

हवाई जहाज से पहले भुवनेश्वर पहुंचे फिर वहां से टैक्सी या बस में कटक तक आएं। अगर आप ट्रेन से आना चाहते हैं तो सीधे कटक तक ही ट्रेन मिल जाएगी। कटक से मंदिर महज 3 किलोमीटर की दूरी पर है।

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October (Ashwin / Karthik)