भाई दूज त्योहार भारत और इसके आस पास के देशों में मनाया जाता है। हालांकि कई जगहों पर इसका नाम बदल जाता है, लेकिन मूल भाव वैसा ही रहता है। उसी तरह बहन भाई की आरती उतारती है और लंबी उम्र की कामना करती है। कहीं कहीं प्रतिष्ठान बढ़ जाते हैं।
भइया दूज
भाई दूज की जगह भइया दूज नाम उत्तर प्रदेश और बिहार में काफी प्रचलित है। इसमें भाई दूज की सभी रस्में पूरी की जाती हैं। जबकि इन इलाकों में अन्य राज्यों की तुलना में नियमों और पूजा पर अधिक जोर दिया जाता है। अधिकतर लोग परंपरा के अनुसार यमुना में भी डुबकी लगाते हैं। बिहार में भाई दूज की शुरूआत थोड़ी अलग होती है। यहां पहले बहनें अपने भाइयों को अपशब्द कहती हैं और फिर खुद अपनी जीभ को दण्ड देती है। बहनें अपने भाई से अपशब्दों के लिये माफी मांगती हैं। साथ ही जो पहले के पाप हैं उन्हें भी माफ करने को कहती हैं।
भाई फोटा
फोटा मतलब तिलक। पश्चिम बंगाल में बहनें अपने भाई के लिये व्रत रखती हैं। ये व्रत काली पूजा के दूसरे दिन रखा जाता है। ये व्रत तभी तोड़ा जाता है जब बहनें अपने भाई के माथे पर चंदन का तिलक नहीं लगा लेतीं। तिलक लगाने के बाद भाई को मिठाई और उपहार देकर लंबे जीवन की कामना की जाती है।
भाई बिज, भाऊ बीज /भाव बिज
मराठी और कोंकण क्षेत्र में भाऊ बीज नाम से भाई दूज मनाया जाता है। इसमें बहनें अपने भाई को एक चौकोर जगह पर बैठाती हैं। बैठने से पहले भाई को एक कड़वा फल जिसे करीथ कहते हैं वो खाना होता है। इसके पीछे ये मान्यता है कि भगवान श्रीकृष्ण ने नरकासुर को मारने जाने से पहले ये फल चखा था।
भाई टीका
नेपाल में इसे भाई टीका कहा जाता है। नेपाल में विजयादशमी के बाद सबसे ज्यादा मनाया जाने वाला त्योहार भाई टीका ही है। इसमें भी बहनें अपने भाई की पूजा करके उसकी लंबी उम्र की कामना करती हैं।
To read this article in English, click here