भगवान यीशु ने लोगों को सही मार्ग पर चलाने की राह दिखाई। उनके धरती पर आने के दिन को क्रिसमस कहा जाता है। क्रिसमस में आमतौर पर चर्च में प्रार्थनाएं की जाती हैं, लेकिन वक्त के साथ साथ सांता क्लाज़, क्रिसमस ट्री, क्रिसमस संध्या और क्रिसमस पार्टी भी इसका एक अहम हिस्सा बना चुका है। जिस तरह हिंदुओं के लिये दिवाली सबसे अहम होता है उसी तरह ईसाइयों के लिये क्रिसमस। पुराना साल खत्म हो रहा होता है और नया साल चढ़ रहा होता है। इसी के बीच आता है क्रिसमस। क्रिसमस के दौरान काफी बर्फबारी भी होती है इसलिये वहां छुट्टियां रहती हैं। छुट्टियों के कारण इसका जोश और भी बढ़ जाता है। बदलते वक्त के साथ साथ क्रिसमस सिर्फ ईसाई ही नहीं बल्कि और समुदाय के लोग भी मनाने लग गए हैं।
क्रिसमस कैरल (संदेश या भजन)
ये एक पारंपरिक गीत होते हैं जिन्हें खास क्रिसमस के वक्त गाया जाता है। इसे क्रिसमस से कई दिन पहले ही गाना शुरू कर दिया जाता है। छोटे छोटे बच्चे टोलियां बनाकर घर घर जाकर कैरल गाते हैं और हर घर से उन्हें उपहार स्वरूप कुछ ना कुछ दिया जाता है।
चर्च और घरों की सजावट
क्रिसमस के लिये गिरिजाघरों की कई दिन पहले ही साफ सफाई और सजावट शुरू हो जाती है। उन्हें रंग करवाया जाता है। हर चीज साफ की जाती है। पूरी चर्च पर बिजली के बल्बों की झालर लगाई जाती है। रात को लेज़र लाइट्स के बीम मारे जाते हैं। लोग घरों की भी सफाई करते हैं। घरों में भी पुरानी टूटी हुई चीजें हटाकर नई चीजें लाई जाती हैं। लाइट्स लगाई जाती हैं। हिरण और स्नोमैन के पुतले लगाए जाते हैं।
क्रिसमस ट्री
क्रिसमस के दिन लगभग हर घर में क्रिसमस ट्री लाया जाता है और उसे अच्छे से सजाया जाता है। इस ट्री पर चॉकलेट, लाइट्स और अन्य सजावट का सामान लगाया जाता है। माना जाता है कि क्रिसमस ट्री लगाने से बुरी आतमाएं दूर रहती हैं।
गिफ्टों का लेन देन
दिवाली की तरह क्रिसमस पर भी गिफ्टों का आदान प्रदान होता है। तैयार होकर लोग अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के घर जाते हैं वहां उन्हें गिफ्ट देते हैं। इस दिन का इंतजार बच्चे बेसब्री से करते हैं क्योंकि उन्हें इस दिन अच्छे अच्छे गिफ्ट मिलते हैं।
भारत में क्रिसमस
दुनिया के बाकी हिस्सों की तरह भारत में भी क्रिसमस की धूम रहती है। ईसाई बहुत इलाके जैसे गोआ और केरल में क्रिसमस पर्व बहुत जोश से मनाया जाता है। केरल में चर्च शोभा यात्रा निकालते हैं तो वहीं गोआ में घरों को सजाया जाता है और रात को भव्य कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इसके अलावा दिल्ली, हैदराबाद, शिमला समेत कई अन्य शहरों में भी क्रिसमस चाव से मनाया जाता है। इस दिन लोग ज्यादातर पेस्ट्री और केक खाते हैं।
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