
मीठी खुशबू और फूलों के रंगीन बागों को देखना भली किसे पसंद नहीं होगा। फूल और हरियाली को देखकर ही हमारी आंखे प्रसन्न हो जाती हैं। फूलों की यही खुशबू और सुंदरता को आप दिल्ली के गार्डन ऑफ़ द फाइव सेंशन में देख सकते हैं। यह देखे जाने वाले सबसे सुखद दृश्यों में से एक है। दिल्ली हर साल फरवरी के महीने में यहां शानदार फूलों की प्रदर्शनी आयोजित की जाती है। गार्डन टूरिज्म फेस्टिवल पहली बार 2004 में शुरू किया गया था। इस फेस्टिवल में विभिन्न प्रकार के फूलों और विदेशी पौधों को प्रदर्शित किया जाता है। इस फेस्टिवल में पौधों की 500 से ज्यादा किस्मों का प्रदर्शन किया जाता है। इस गार्डन फेस्टिवल में मुख्य आकर्षण हैं फूलों के बनाए जानवर, लटकते फूलों के बास्केट और काचवाटिका होते हैं।
गार्डन टूरिज्म फेस्टिवल की खासियत
गार्डन टूरिज्म फेस्टिवल में पौधों की 31 श्रेणियों के मध्य प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है, जिसमें कैक्टस से लेकर डहलिया, गुलदाउदी, लिली, गुलाब, बोगनवेलिया, बेल-बूटे, और औषधि वाले पौधे, टोकरियों से लटकने वाले पौधे, गमले में सब्जियां, बोनसाई, पौधे से अलग किए गए फूल आदि शामिल होते हैं। उत्सव मे फूलों से बनाए गए पशु-पक्षियों की आकृतियां, ट्रे गार्डन, पौधों से अलग किए गए फूलों को सजाना आदि इस उत्सव के अन्य आकर्षण है। इस गार्डन फेस्टिवल में रॉकरीज़, फव्वारे के साथ-साथ सुंदर फूल, पेड़ प्रदर्शित होते हैं; विषय आधारित उद्यान बागवानी प्रदर्शन और विशेष रूप से डिजाइन किए गए पानी के बगीचे विदेशी लिली के साथ प्रदर्शित होते हैं।गार्डन टूरिज्म फेस्टिवल का उद्देश्य
यह वार्षिक उद्यान उत्सव भी है, जो प्राचीन तालकटोरा गार्डन में आयोजित होता है। यह सैकड़ों रंगीन फूलों और विदेशी पौधों को भी प्रदर्शित करता है जो दर्शकों की आंखों को झंकृत करते हैं।पर्यटन विभाग के मुताबिक, इस फेस्टिवल का आयोजन करने का मकसद लोगों में पर्यावरण के प्रति जागरुकता पैदा करना है। इसके अलावा लोगों को यह भी दिखाने का मकसद है कि दिल्ली में फूलों की खेती किस स्तर पर हो रही है। फेस्टिवल के दौरान फूलों के शौकीन और बागवानी करने वाले लोग इसे एक बेहतरीन जगह मानते हैं। फूलों के प्रदर्शन के अलावा, बच्चों के लिए चित्रकला प्रतियोगिताओं, नवोदित कलाकारों के लिए कला शिविर और आगंतुकों के मनोरंजन के लिए विषयगत सांस्कृतिक कार्यक्रम भी इस उत्सव में आयोजित किए जाते हैं।
गार्डन फेस्टिवल न केवल फूलों की एक दृश्य दावत है, बल्कि बागवानी के विज्ञान में कार्यरत नई तकनीकों के बारे में उन्हें जानने में उनकी मदद करके बागवानी के प्रति उत्साही और बागवानी करने वालों की प्यास को बुझाता है। यह स्थान सभी उम्र के बच्चों के लिए मज़ेदार और मनमोहक है। गार्डन ऑफ फाइव सेंस में विभिन्न एशियाई देश गार्डन फेस्टिवल में भाग लेते हैं। यह एशियाई शहरों के बीच एक स्वस्थ संबंध स्थापित करने में मदद करता है। गार्डन ऑफ फाइव सेंसेज़ जाने के लिए लोग साकेत मेट्रो स्टेशन से फ्री शटल सर्विस ले सकते हैं। पहुंचने का समय सुबह 11 से रात 8 बजे तक का होता है।
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