भारत रत्न राजीव रत्न गांधी (20 अगस्त 1944 - 21 मई 1991) भारत के छठे और सबसे युवा प्रधान मंत्री थे। राजीव गांधी भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के पुत्र एवं भारते के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरु के नाती थे। राजीव गांधी ने अपनी मां प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की 31 अक्टूबर 1984 में हत्या के बाद प्रधानमंत्री पद को संभाला था। भारत में कम्प्यूटर एंव इंटरनेट के जरिए सूचना क्रांति लाने का श्रेय राजीव गांधी को ही जाता है। उन्हीं के प्रयासों के स्वरुप भारत तकनीकी क्षेत्र में आगे बढ़ पाया था। राजीव गांधी देश के बेहद दमदार और प्रभावशाली शख्सियत थे। राजीव गांधी का पूरा नाम राजीव रत्‍‌न गांधी था। इनका जन्म 20 अगस्त, 1944 को मुंबई में हुआ था। राजीव गांधी कांग्रेस पार्टी के अग्रणी महासचिव 1981 से ही थे। बाद में मां की हत्या के बाद प्रधानमंत्रा बने। राजीव गांधी की मृत्यु एक आत्मघाती जिंदा मानव बम से 21 मई 1991 को हुई थी। तभी से प्रतिवर्ष उनका पुण्यतिथी 21 मई को उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर मनाई जाती है।

राजीव गांधी पुण्यतिथि

राजीव गांधी का जीवन

राजीव गांधी राजनीतिक रूप से प्रभावशाली नेहरू-गांधी परिवार से थे। राजीव गांधी का जन्म 20 अगस्त 1944 को बम्बई में हुआ था। वे सिर्फ तीन वर्ष के थे जब भारत स्वतंत्र हुआ और उनके दादा स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री बने। उनके पिता फिरोज गांधी सांसद थे। राजीव गांधी ने अपना बचपन अपने दादा के साथ तीन मूर्ति हाउस में बिताया। राजीव गांधी के छोटे भाई संजय गांधी थे। बचपन में उन्हें दून स्कूल भेज दिया गया जहां उन्होंने 12 वीं तक की शिक्षा ग्रहण की। 1961 में उच्च शिक्षा का प्राप्त करने के उद्देश्य से वह कैम्ब्रिज गए और भारतीय एयरलाइंस में एक पेशेवर पायलट बन कर भारत लौट आए। इसी बीच उनकी मां इंदिरा गांधी 1966 में प्रधानमंत्री बनी लेकिन राजीव गांधी को राजनीति में कोई दिलचस्पी नहीं थी उन्हें जहाज उड़ाने एवं फोटोग्राफी करने का शौक था। राजीव गांधी ने इटली की नागरिक अल्बिना मेनो (सोनिया गांधी) से विवाह कर लिया उनके दो बच्चे हुए जिनका नाम राहुल एवं प्रियंका गांधी है। राजनीति से दूरी शायद उनकी किस्मत को मंजूर नहीं थी। वर्ष 1 9 80 में अपने राजनेता भाई संजय गांधी की अकास्मिक मृत्यु के कारण अपनी मां का साथ देने के लिए उन्हें राजनीति में प्रवेश करना पड़ा। में राजीव गांधी ने अमेठी से सांसद के रुप में अपने भाई की सीट पर अपना पहला लोकसभा चुनाव लड़ा जिसमें उनकी जीत हुई। 31 अक्टूबर 1 9 84 को जब प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी की हत्या कर दी गई तब सबकी राय से इंदिरा गांधी की मृत्यु के चंदघंटो के भीतर ही उन्हें प्रधानमंत्री पद पर आसीन कर दिया गया। सिख दंगों के बावजूद भी राजीव गांधी और कांग्रेस पार्टी को आगामी चुनाव में 542 में से 411 सीटों पर जीत प्राप्त हुई जो इतिहास की सबसे बड़ी जीत है। अपने कार्यकाल के दौरान गांधी ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी और संबंधित उद्योगों को काफी बढ़ावा दिया। 1 9 86 में एमटीएनएल को भारत में प्रस्ततु किया। उन्होंने भारत भर में कई पीसीओ की स्थापना कर दूरस्थ और ग्रामीण इलाकों तक टेलीफोन ले जाने की सुविधा प्रदान की। उन्होंने 1986 में जवाहर नवोदय विद्यालय प्रणाली भी स्थापित की, जो एक केंद्रीय सरकारी संस्थान है जहां कक्षा से 12 वीं तक के लिए मुफ्त आवासीय शिक्षा ग्रामीण क्षेत्रों में प्रदान की जाती है।

राजीव गांधी पुण्यतिथि

राजीव गांधी की हत्या

राजीव गांधी की विदेश नीति उनकी मां से बहुत अलग थी। उन्होंने अमेरिका के साथ द्विपक्षीय संबंधों में उल्लेखनीय सुधार किया जो यूएसएसआर के साथ भारत की मजबूत दोस्ती के कारण लंबे समय से तनावग्रस्त थे। पंजाब में आतंकवाद से लड़ने के लिए उन्होंने व्यापक पुलिस और सैन्य बलों को रोजगार दिया। 2 9 जुलाई 1 9 87 को कोलंबो में श्री लंका के राष्ट्रपति जे आर जयवर्धने के साथ राजीव गांधी ने एक महत्वपूर्ण संधि-भारत-श्रीलंका शांति समझौता किया। राजीव गांधी को राजनीति में उनके शुरुआती दौर में 'मिस्टर क्लीन' के रूप में जाना जाता था, लेकिन बोफोर्स घोटाले ने उनकी क्लीन इमेज को दागदार कर दिया। उन पर श्रीलंका में तमिल मुद्दे को ठीक से हल नहीं करने का आरोप लगता रहा था। बाद में इसी मुद्दे की आग ने उनकी जान ले ली। राजीव गांधी पर धार्मिक तुष्टीकरण का आरोप भी लगा। तलाकशुदा महिला शाहबानो मामले में अदालत ने पति को भरण-पोषण का आदेश दिया। लेकिन, मुस्लिम संगठनों के विरोध के बाद राजीव गांधी ने संसद में एक प्रस्ताव लाकर फैसले को पलट दिया।

ठीक इसी तरह उन्होंने हिन्दू समुदाय को खुश करने के लिए अयोध्या की विवादित भूमि का ताला खुलवाकर पूजा की अनुमति दे दी। वर्ष 1987 में भी श्रीलंका में राजीव गांधी पर हमला किया गया था। यह हमला श्रीलंकाई नौसेना के जवान विजीता रोहाना विजेमुनी ने राइफल की बट से उस वक्तक किया था जब श्रीलंका में शांति सेना भेजने के बाद राजीव गांधी वहां के दौरे पर गए थे। इस दौरान गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण करने के दौरान राजीव गांधी सैनिकों के काफी करीब पहुंच गए थे, तभी उसने यह हमला किया। हालांकि राजीव गांधी के सुरक्षाकर्मी की सजगता से वह इस हमले में बाल-बाल बच गए थे। इसके बाद उसे गिरफ्तार कर उसका कोर्ट मार्शल किया गया। 1989 में उन्होंने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया, लेकिन वह कांग्रेस पार्टी के नेता पद पर बने रहे। उनके प्रधानमंत्री काल में भारतीय सेना द्वारा बोफोर्स तोप की खरीदारी में लिए गए लिए गए कमीशन का मुद्दा उछला, जिसका मुख्य पात्र इटली का एक नागरिक ओटावियो क्वात्रोच्चि था। अगले चुनाव में कांग्रेस की हार हुई और राजीव को प्रधानमंत्री पद से हटना पड़ा। अगले चुनावों में कांग्रेस के जीतने और राजीव गांधी के पुन: प्रधानमंत्री बनने की संभावना बहुत कम थी। राजीव गांधी ने अपने प्रधानमंत्री काल में श्रीलंका में शांति प्रयासों के लिए भारतीय सैन्य टुकड़ियों को भी वहां भेजा, लेकिन इसके नतीजे में वे खुद लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ऐलम [लिट्टे] के निशाने पर आ गए। तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में उन्हें उस वक्त बम से उड़ा दिया गया था जब वो एक चुनावी रैली को संबोधित करने जा रहे थे। 21 मई 1991 को एक महिला आत्मघाती हमलावर धनु ने उन्हें माला पहनानी चाही, जैसे ही वो उनके पैर छूने के लिए नीचे झुकी, उसने अपने कमर से बंधे बम का बटन दबा दिया। एक जोरदार धमाका हुआ और सब खत्म हो गया। इस धमाके ने राजीव गांधी की जान ले ली। 15 मार्च 2009 को श्रीलंकाई सेना ने मल्लैतिवु के वानी क्षेत्र में लिट्टे के अंतिम गढ़ पर जोरदार हमला कर प्रभाकरण को मार गिराया था।

राजीव गांधी पुण्यतिथि कार्यक्रम

1991 में भारत सरकार ने भारत रत्न द्वारा राजीव गांधी को मरणोपरांत सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। हर साल 21 मई को, देश अपने पूर्व प्रधान मंत्री को श्रद्धांजलि देता है। पूरे देश में उनकी मूर्तियां पर माला एवं पुष्प अर्पित किए जाते हैं। भारतीय राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधान मंत्री, स्वर्गीय प्रधान मंत्री की पत्नी सोनिया गांधी, उनके बेटे राहुल गांधी, बेटी प्रियंका गांधी, दामाद रॉबर्ट वाड्रा और कई प्रमुख राजनीतिक गणमान्य व्यक्ति उनके स्मारक वीर भूमि पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पति करते हैं। इस अवसर पर शांति मंत्र का उच्चारण किया जाता है स्मारक के चारों ओर भजन गाए जाते हैं। इस दिन राष्ट्र भर में लोगों की जरूरतों और उनमें सुधार के लिए कई योजनाएं शुरू की गई हैं। पूरे देश में कांग्रेस नेता अपने महान नेता को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं और इस अवसर पर गरीबों और जरूरतमंदों की सेवा करते हैं। भारत अपने सबसे छोटे और जीवंत पूर्व प्रधान मंत्री राजीव रत्न गांधी को उनके किए गए कार्यों के प्रति महान सम्मान और स्नेह के साथ उन्हें याद करता है।

राजीव गांधी पुण्यतिथि
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