ताज महोत्सव की शुरआत
ताजमहल के दीदार को खूबसूरत बनाने के लिए उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग ने ताज महोत्सव की शुरुआत की है। ताज महोत्सव की शुरुआत 1992 में की गई थी। उत्तर प्रदेश पर्यटन द्वारा हर साल इस उत्सव का आयोजन किया जाता है। इस उत्सव में बड़ी संख्या में सैलानी और भारतीय पर्यटक घूमने आते हैं। ताजमहल अविश्वसनीय भारत के बारे में बताता है जो भारत के सबसे खूबसूरत ऐतिहासिक जगह है। कला, शिल्प, संस्कृति और व्यंजनों के शौकीनों के बीच तो इस महोत्सव का खास महत्व है। ताज महोत्सव का शुभारंभ 18 फरवरी से हो रहा है। मेले का आयोजन ताज महल के पूर्वी दरवाजे पर स्थित शिल्पग्राम में हो रहा है। आप इस मेले में फरवरी 18 (शनिवार)- फरवरी 27 (सोमवार) तक शामिल हो सकते हैं। मेले में प्रवेश के लिए टिकट का शुल्क 50 रुपये रखा गया है। 12 वर्ष तक के बच्चों और विदेशी पर्यटकों के लिए प्रवेश नि:शुल्क है। जो पर्यटक लगातार 10 दिनों तक इस मेले में भाग लेना चाहते हैं । इसी टिकट से आप यहां आयोजित होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी मजा उठा पाएंगे। आगरा पहुंचकर आप ऐतिहासिक और दुनिया के सात अजूबों में से एक ताजमहल को तो देखने का मौका पाएंगे और साथ ही आगरा की ऐतिहासिकता को भी महसूस कर पाएंगे।ताज महोत्सव के आकर्षण
आगामी फरवरी माह में ताजनगरी आगरा में शुरू होने वाला ताज महोत्सव जश्न-ए-विरासत की थीम पर आयोजित होगा। इस बार के ताज महोत्सव का थीम तय करने के लिए उत्तरप्रदेश सरकार ने लोगों का सुझाव माँगा है। देश के नामचीन कलाकार दुनियाभर के पर्यटकों में मोहब्बत का पैगाम फैलाने की कोशिश करेंगे। इस मौके पर नृत्य-संगीत के अनेक कार्यक्रम होंगे और 10 दिनों तक ढेर सारे व्यंजनों का भी आनंद उठा पाएंगे।To read this article in English click here