विश्व ओजोन दिवस 1995 से हर साल 16 सितंबर को मनाया जाता है। यह दिवस ओजोन परत के महत्व और पर्यावरण में इसकी भूमिका को दर्शाता है। ओजोन परत यानि ओजोन लेयर ओजोन अणुओं की एक परत है जो 20 से 40 किलोमीटर के बीच के वायुमंडल में पाई जाती है। ओजोन परत पृथ्वी को सूर्य की हानिकारक अल्ट्रा वाइलट किरणों से बचाने का काम करती है। ओजोन परत के बिना जीवन संकट में पड़ सकता है, क्योंकि अल्ट्रा वाइलट किरणें अगर सीधा धरती पर पहुंच जाए तो ये मनुष्य, पेड़-पौधों और जानवरों के लिए भी बेहद खतरनाक हो सकती है। यहां तक कि इनके होने से कैंसर तक का खतरा बढ़ सकता है। ऐसे में ओजोन परत का संरक्षण बेहद महत्वपूर्ण है। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने इस दिन को ओज़ोन परत को ख़त्म करने वाले पदार्थों पर मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल को अपनाने के लिए नामित किया है।
इस दिन ओजोन परत की कमी की वैश्विक घटना के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए कई गतिविधियां और कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल के सभी सदस्य राष्ट्र मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल के उद्देश्यों और उद्देश्यों के अनुसार अपने राष्ट्रीय स्तर पर कुछ ठोस कदम उठाने का अवसर लेते हैं। फैक्ट्री और अन्य उद्योग से निकलने वाले कैमिकल्स हवा में फैलकर प्रदूषण फैला रहे हैं। जिसके लिए दुनियाभर में इसके संरक्षण को लेकर जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है।
ओजोन दिवस का इतिहास
ओजोन दिवस माने की शुरुआत 1994 में हुई थी। साल 1985 में सबसे पहले ब्रिटिश अंटार्कटिक सर्वे के वैज्ञानिकों ने अंटार्कटिक के ऊपर ओजोन परत में एक बड़े छेद की खोज की थी। वैज्ञानिकों को पता चला कि इसकी जिम्मेदार वक्लोरोफ़्लोरोकार्बन (CFC) गैस है। जिसके बाद इस गैस के उपयोग को रोकने के लिए दुनियाभर के देशों में सहमति बनी और 16 सितंबर 1987 में मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल पर हस्ताक्षर किया गया था। जिसके बाद से ओजोन परत के संरक्षण के लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा ने साल 1994 में 16 सितंबर की तारीख को 'अंतरराष्ट्रीय ओजोन दिवस' मनाने का ऐलान किया। पहली बार विश्व ओजोन दिवस साल 1995 में मनाया गया था। जिसके बाद हर साल 16 सितंबर को विश्व ओजोन दिवस मनाया जाता है।ओजान परत क्या है
ओजोन गैस की एक परत है, जो पृथ्वी को सूर्य की हानिकारक किरणों से बचाती है। धरती से 30-40 किमी की ऊंचाई पर ओजोन गैस का 91% हिस्सा एकसाथ मिलकर ओजोन की परत का निर्माण करता है। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने साल 1994 में 16 सितंबर को ‘ओजोन परत के संरक्षण के लिए अंतरराष्ट्रीय ओजोन दिवस’ के रूप में मनाने की घोषणा की। इस दिन ओजोन परत के संरक्षण के लिए साल 1987 में बनाए गए मॉ्ट्रिरयल प्रोटोकॉल पर हस्ताक्षर किया गया था।To read this article in English Click here