रथ यात्रा से पहले चार दिन पूजा पाठ और वेदिक मंत्रोच्चारण किया जाता है, फिर अगले तीन दिन रथ को अच्छे से सजाया जाता है। इसको सजाने के लिये कई चीजों का प्रोयग किया जाता है। यात्रा के दिन भगवान को रथ में बैठाकर यात्रा करवाई जाती है। श्रद्धालु रथ को खींचते हैं। रथ को खींचना शुभ माना जाता है। इसलिये उसे खींचने की होड़ लगी रहती है।
मान्यता
श्री विसाल्क्षी स्मेथा श्री विश्वनाथ स्वामी मंदिर करीब 700 साल पुराना है। इसे मालाबार का सबसे पुराना शिव मंदिर भी कहा जाता है। नीला भागीरथी मंदिर के किनारे पर होना इस मंदिर की भव्यता में चार चांद लगा देता है।कैसे पहुंचे?
कल्पथी से सबसे नजदीक रेलवे स्टेशन ओल्वाकोट है, जिसकी दूरी महज 1 किलोमीटर है। अगर आग हवाई जहाज से आना चाहते हैं तो नज़दीकी एयरपोर्ट कोयंबटूर है। कोयंबटूर से कल्पथी की दूरी 55 किलोमीटर है।To read this article in English, click here